आज कल का इंसान काफी होशियार हो गया है, वह हर रोज नये नये आविष्कार कर दुनिया को कुछ कुछ सुविधाएं प्रदान करता आ रहा है। लेकिन कुछ लोगों ने ऐसे कर्म कर डाले हैं जिनको बहुत से लोग अनुसरण कर अपना व समाज को बहुत हानि पहुंचा कर दुनिया को असमय व अकारण अलविदा कह रहे हैं।
ऐसी दुनिया में पैट्रोल पंप के मालिक व मायावी यातायात के साधन बनाने वाले सबसे आगे हैं। वे एक तीर से दो शिकार की बजाय तीन व अधिक शिकार करने के चक्कर में अपने सगे संबंधियों , बच्चों व घरवाली को मृत्यु के खेल में शामिल करते जा रहे हैं।
पैट्रोल पम्प मालिक पैट्रोल व डीजल के दाम बढ़ा कर , साथ में मायावी ईवी आटोमोबाइल बना कर, लोगों तो लूट रहे हैं। जब कि दाम कम होने चाहिए। अपने बच्चों व घरवाली आदि के कारण ,आटो, इतिआदी बना कर उन्हें जहन्नुम भेज रहे हैं। ऐसे कर्मों व लोगों से बच कर रहें। ये सब जानलेवा है।
सकल पदार्थों से निर्मित उपकरण ही इस्तेमाल करे। मायावी तो आपके घर से स्वयं गायब हो जाते हैं या गायब कर लिए जाते हैं। फिर थाने तहसील कार्यालय के चक्कर लगाते रहो मिलेगा अभी नहीं क्योंकि वह सकल पदार्थों से निर्मित उपकरण नहीं है। लाखों रूपयों की चपत लगा दी जाती है।
यदि बार बार बन्द हो जाता है तो वह उपकरण मायावी है। अतः आज कल जो भी खरीदें अच्छी तरह जांच कर ही खरीदें।
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