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नागरिकता कानून में संशोधन कर उसको फटाफट लागू कर दिया।

 कोई भी विषय पर कानून बनाने से पहले आम जनता की राय हमेशा ली जाती है फिर उस पर गहन विचार किया जाता है ताकि किसी प्रकार से भी आम जनता व देश नुकसान इस कानून से न पहुंचे। भारत एक ऐसा देश है जहां सभी धर्मों के लोग आपसी भाईचारे के साथ रहते रहते हैं। न किसी में किसी प्रकार के द्वेष नहीं है जब तक किसी राजनीतिक दल द्वारा किसी भी धर्म से जुड़े मुद्दों पर किसी के द्वारा अनाप शनाप कहने नहीं कहा जाता।


 यह थ्यूरी सदियों पुरानी सबहै अपना उल्लू सीधा करने के लिए किसी प्रकार के व किसी आधार के दंगे भड़का दिया जाता है। जब भारत आजाद हुआ तो क्या पाकिस्तान से आए हिन्दू व अन्य धर्म के लोग अब तक बिना नागरिकता हासिल किए रह रहे थे। यह कानून तो संविधान के साथ ही बना दिया गया था।कम से कम 25 प्रतिशत नेता पाकिस्तानी धरती  पर पैदा हुए हैं। जिनमें प्रधानमंत्री तक शामिल हैं। क्या वे बिना नागरिकता के इलेक्शन लड़ें व चुनाव जीते हैं। सारे शर्णार्थियों को देश के आम लोगों के बराबर जमीन जायदाद सरकार ने दी थी।

अब वे देश के लोगों के लिए एक अभिषाप बन गये हैं। वे सब गैंग बना कर देश के गरीब लोगों की जमीन खरीद कर बैघर कर रहे हैं। उन्ही लोगों के कारण लोग झूग्गी झोपड़ी में रहने को मजबूर कर दिया है। मकान भारत के लोगों की पहुंच से बाहर कर दिया है। यह सारा प्रकरण वोट लेकर जीत हासिल करने के सिवाय कुछ भी नहीं है। इस कानून की आड़ में देश आतंकवाद की धरोहर बन जायेगा। चुनाव में चंदा लेने की आवश्यकता पूर्ति की एवज में लोग कर्म करेंगे , वह अकल्पनीय है। 


आते दिन बलात्कार जैसे घिनौना काम होगा, जो पिछले कुछ दिनों पहले ही शुरू कर दिया है। मैं आपको एक छोटा सा उदाहरण देकर समझाता हूं। आप सबने भजन लाल का नाम तो अवश्य सुना होगा। वह एक पाकिस्तानी शरणार्थी था। उसकी हरियाणा में जमीन जायदाद भी है। तीन पीढियां हो गई है राजनीति में। क्या बेटे , क्या बहु ,सब नेता गिरी करते हैं। मुख्यमंत्री से लेकर लोकसभा में कैबिनेट मंत्री तक रह कर जमींदोष हो लिए।

भजन लाल ने हरियाणा की जनसंख्या में बेहताशा वृद्धि करवाई , केवल चुनाव जीतने के लिए। भजन लाल परिवार की आज भी आदमपुर से जमानत भी जब्त हो सकती है यदि बिहारी व भट्टा मजदूरों के वोट वापिस बिहार व अन्य राज्यों में भेज दिए जाये। उन्होंने ही बिहारी मजदूरों के राशनकार्ड व वोट बनवाते थे। उसी कारण भजन लाल आज तक राजनीति में आदमपुर का दम भरते हैं।

इसी विभत्स रुप एक से अधिक चरणों में चुनाव करवाने का है ताकि एक आदमी कम से कम 30 वोट डाल सके। इसका सबसे अच्छा उदाहरण सारे बिहारी बिहार में वोट डाल कर, हरियाणा, व अन्य राज्यों में वोट डाल कर आ जायेंगे। लोगों ने आबादी किस तरह बढ़ाई है बिना विवाह व बच्चे पैदा किये बैगर। भारत में इन शरणार्थियों के शहरों में एक कई कई मकान है हर जगह उनका वोट भी अवश्य मिलेगा। चाहे अलग नाम से हो।

भारत में 25% वोटिंग बोगस जनसंख्या के वोटों की होती है। आजकल 2हजार लोगों की पसंद आप है तो आप चुनाव जीत सकते हैं। 98% उम्मीदवार असली वोट  खत्म कर बोगस वोट के दम जीतते हैं। इसीलिए यह सरकार CAA लेकर आई है इससे उनको दोहरा लाभ होता है चंदा भी और वोट भी मिलेगा। अतः इस कानून को जितनी जल्दी हो समाप्त कर दिया जाए। आम जनता व सैनिकों का कत्लेआम रोका जा सके। के


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