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Pahalwano ne apne Medals Nahi Fakne chahiye .

 Bharat ke  un pahalwano  ko  apne  medals  kabhi  nahi  fakne  chahiye  .  jo  vedeshi  dharti  se  prapat  kiye  hai.  kyoki  usme  bharat  sarkar  ka  koi  yogdan  nahi  hai.  yah  sab  aapki  kadi  mehnat  ka  prtiphal hai. Isse  vedeshi  khel  fedration  ka  apman   hoga  .  Iske  liye ve  patat  nahi hai.

Bharat  sarkar ne  jitne  medals  diye  hai  ve  sab  chahe  lota  de  ya  kahi  bhi  fank  de. Usko  khiladiyo ne koi  maan  nahi  dena  chahiye.  taki  desh  ke  log  v  minister  ase  gambhir  apradh n  kare.  ttha desh  ke  liye  n  khele. Yahi  ak  adhikar  khiladio  ke  pas  bacha  hai.


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 I my self Sgt Suraj Bhan Moan retired declare that I have changed the spelling of my name as Sooraj Bhan Lohchab Moan my previous birth of SDN for known to public use along with my fake date of birth 08 June 1966 ,has been corrected as 19may 1965 which was wrongly endorsed along with my wrong name as Surjit s/o Baldev in birth and death register of Fathebad district as 19may 1966. This nonsense has been made by Ram Singh Patwari s/o Harlal and Sankar Dhanak Chokidar . I asked to show the birth records register kept with Chokidar , Balad Dhanak s/o Sankar Dhanak refused to show me the register to check my Date of Birth.Then he joined the gange of Sukargar and Munigar the beggers to rape the women of subvillages of Kirmara along with Bhala Kanna .At present this gange has taken vast shape and opened the offices at different places in India. I my self has kept my date of birth 19 may 1965 uncertified so that I can catch the culprits and can be awarded punishment from Barhma's office ...

What do you mean by?

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